चित्रकला कार्यशाला में कैनवस पर कलाकारों ने चित्रित किए विकसित भारत के रंग

Anoop

September 18, 2025

ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ की ‘विकसित भारत के रंग कला के संग’ चित्रकला कार्यशाला

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यशाला में चित्रकारों ने दिखाई प्रतिभा

लखनऊ। कैनवस पर तेजी से विकसित होते भारत के दुर्लभ चित्रों को उकेर कर कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। कैनवस पर कहीं डिजिटल क्रांति,  तो कहीं अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में इसरो ने चंद्रयान-3 और आदित्य-एल-1 जैसी अनेक उपलब्धियों को चित्रित किया गया। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केंद्र, अलीगंज की ओर से ‘विकसित भारत के रंग कला के संग’ विषयक एक दिवसीय चित्रकला कार्यशाला हुई। कार्यशाला डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के वास्तुकला एवं योजना संकाय (टैगोर मार्ग, लखनऊ) में बुधवार को हुई।

कार्यशाला का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बतौर मुख्य अतिथि किया। सुरेश खन्ना जी ने  कहा कि आपकी ये रचनाएं दिखाती हैं कि कला में कितनी ताकत होती है। कला न केवल भावनाओं को व्यक्त करती है, बल्कि समाज में बदलाव लाने का भी माध्यम बनती है। आप सभी ने अपनी कला के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रेरित किया है कि वे भी ‘विकसित भारत’ के निर्माण में अपना योगदान दें। कार्यशाला में डिजिटल क्रांति, यूपीआई, आधार, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में इसरो ने चंद्रयान-3 और आदित्य-एल-1 एवं मेक इन इंडिया एवं अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में इसरो ने चंद्रयान-3 और आदित्य-एल 1 एवं मेक इन इंडिया जैसे विषयों पर कलाकारों ने चित्र बनाए ।

मुख्य रूप से पद्मश्री विद्या बिंदु, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, भातखंडे की पूर्व कुलपति वरिष्ठ कथक नृत्यांगना  डॉ. पूर्णिमा पांडेय, उप्र संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष प्रो. जयंत खोत, यूपी स्टेट ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष गिरीश चन्द्र, पं. बिरजू महाराज कथक संस्थान की निदेशक  प्रो. कुमकुम धर, ललित कला अकादमी, निदेशक एनसीडीसी सुदेश शर्मा, विभागाध्यक्ष वास्तु कला संकाय की डॉ. रितु गुलाटी मौजूद रहे।

‘विकसित भारत’ विषय पर अपनी सृजनात्मकता, कल्पनाशीलता और रंगों के जरिये भारत के उज्ज्वल भविष्य की झलक पेश की। कार्यशाला में कला एवं शिल्प महाविद्यालय, डॉ शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय लखनऊ, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी, छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, गोयल इंस्टीट्यूट, टेक्नो इंस्टीट्यूट, नवयुग कन्या महाविद्यालय, केंद्रीय विद्यालय अलीगंज, रामाधीन इंटर कॉलेज, वाणीप्रदा विद्यालय, चेतना संस्थान, सीएमएस अलीगंज, राजकुमार एकेडमी सहित अनेक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।  चित्रकला कार्यशाला में पुरस्कार तीन श्रेणियां में नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।

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