सम्मान कथाक्रम 2025 समारोह में सात दिसंबर को लखनऊ में भेंट किया जाएगा
साहित्यिक योगदान के लिए हर वर्ष दिया जाता है आनन्द सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान
लखनऊ। साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली विभूतियों को दिया जाने वाला वर्ष 2025 का कथाक्रम सम्मान इस वर्ष साहित्यकार भालचंद जोशी को दिया जायेगा। यह निर्णय सम्मान समारोह के संयोजक शैलेन्द्र सागर वरिष्ठ कहानीकार शिवमूर्ति रंगकर्मी राकेश एवं चर्चित लेखिका जमी ने गुप्त सदस्यों ने लिया। यह सम्मान कथाक्रम 2025 समारोह के अवसर पर 7 दिसंबर 2005 को लखनऊ में भेंटकर सम्मानित किया जाएगा।
17 अप्रैल वर्ष 1956 को मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्र खरगोन में जन्में भालचंद जोशी हिंदी कथा साहित्य के प्रख्यात कथाकार हैं। पेशे से इंजीनियर रहे जोशी ने आठ दशक में कहानी लेखन आरम्भ किया और जीवन का एक लबा हिस्सा आदिवासियों के बीच बिताया है। जहां उन्होंने आदिवासी समाज की जीवन पद्धति लोककथाओं एवं लोककला का अध्ययन किया। उन्होंने निमाड़ की लोककथाओं और लोक कलाओं पर भी काम किया है। उनकी रचनाएं प्रमुख पत्रिकाओं में प्रकाशित होकर सुविज्ञ पाठकों का ध्यान आकर्षित करती रहीं हैं।
अब भालचंद जोशी के नौ कहानी संग्रह व दो उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। उनके उपन्यासों का भारतीय भाषाओं में अनुवाद हुआ है। इनके अतिरिक्त आपकी आलोचना की भी तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्होंने कथादेश पासी जैसी कई पत्रिकाओं के अंकों के साथ कुछ समय तक लघु पत्रिका ‘यथार्थ का भी संपादन किया है। भालचंद जोशी को मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन का वागीश्वरी पुरस्कार पाखी का शब्द साधक लेखक सम्मान, स्पंदन कृति सम्मान, शैलश मटियानी कथा पुरस्कार एवं आलोचना पुस्तक नामवर सिंह आलोचना की सार्थकता पर डॉ रामस्वरूप चतुर्वेदी आलोचना सम्मान आदि से नवाजा जा चुका है।
अभी तक यह हो चुके सम्मानित
समारोह में प्रत्येक वर्ष एक कथाकार को प्रतिष्ठित आनंद सागर स्मृति कथाक्रम सम्मान दिया जाता है। जिसके अंतर्गत इक्कीस हजार रुपए की धनराशि, सम्मान चिन्ह व पत्रक प्रदान किया जाता है। विगत वर्षों में साहित्यकार संजीव, कमलाकांत त्रिपाठी, चंद्रकिशोर जायसवाल, मैत्रेयी पुष्पा, दूधनाथ सिंह, ओमप्रकाश बाल्मीकि, शिवमूर्ति असगर वजाहत भगवान दास मोरवाल, उदय प्रकाश, प्रियंवद, मधु कांकरिया, महेश कटारे, अब्दुल बिरिमान्ला, स्वयं प्रकाश, तेजिन्दर, जयनंदन, नासिरा शर्मा अखिलेश, राजेश कुमार, जया जादवानी, मनोज रूपड़ा, एसआर हरनोट, नवीन जोशी, पंकज मित्र हृषीकेश गुलम और योगेन्द्र आहुजा को यह सम्मान दिया जा चुका है।
मालव जोशी संपर्क-085965432087

