सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग और टीएसए फ़ाउंडेशन इंडिया की हुई बैठक
नमामि गंगे कार्यक्रम के सहयोग से गंगा नदी डॉल्फ़िन संरक्षण परामर्श बैठक
लखनऊ। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग और टीएसए फ़ाउंडेशन इंडिया की ओर से नमामि गंगे कार्यक्रम के सहयोग से गंगा नदी डॉल्फ़िन संरक्षण परामर्श बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में प्रमुख अतिथियों के रूप में प्रभाकर प्रसाद, मुख्य अभियंता, शारदा सहायक परियोजना (SSP), लवकुश सिंह, अधीक्षण अभियंता व डॉ. शैलेन्द्र सिंह, निदेशक, टीएसए फ़ाउंडेशन इंडिया और एसएसपी के सभी कार्यपालक अभियंता भी मौजूद रहे। चर्चा में डॉ. अरुणिमा सिंह, डॉ. अनुराग विश्वकर्मा, श्रीपर्णा दत्ता, पवन पारीक और सूरज भुइयां सहित टीएसए टीम के अन्य सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य नहर व्यवस्था एवं भारत की राष्ट्रीय जलीय जीव गंगा नदी डॉल्फ़िन के संरक्षण के बीच संतुलन साधने के उपायों पर विचार-विमर्श करना था। विशेषज्ञों ने जल संसाधन प्रबंधन में ऐसे नवाचारों की आवश्यकता पर बल दिया, जो डॉल्फ़िन के आवास संरक्षण और सिंचाई परियोजनाओं की कार्यकुशलता—दोनों को सुनिश्चित करें।
अधिकारियों ने कहा कि, “गंगा नदी डॉल्फ़िन का संरक्षण केवल पर्यावरणीय दायित्व ही नहीं, बल्कि हमारे जल संसाधनों के सतत उपयोग की कुंजी भी है।” बैठक में प्रस्तुत किए गए उत्कृष्ट सुझावों और विचारों के आधार पर भविष्य में एक ऐसी परियोजना की रूपरेखा तैयार की जा सकेगी, जिसमें डॉल्फ़िन के बचाव में सिंचाई विभाग की केंद्रीय भूमिका सुनिश्चित की जा सके।
बैठक का समापन सहयोग और साझेदारी की भावना के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने डॉल्फ़िन संरक्षण के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने का संकल्प लिया।