मासूम सी दिखने वाली लाबूबू डॉल क्यों बन गई लोगों में खौफ की वजह?

Byanoopnbt@gmail.com

July 18, 2025

साल 2015 में कलाकार कासिंग लुंग द्वारा बनाई गई लाबुबु डॉल इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। यह डॉल उस समय से ज्यादा चर्चा में आया, जब एक इंस्टाग्राम यूजर ने वीडियो पोस्ट किया, जिसमें भूरे रंग की लाबुबू गुड़िया एक राक्षस के बहल में दिखाई दे रही थी। साथ ही नीचे वर्निंग में लिखा था कि अपने बच्चों या खुद के लिए यह राक्षसी गुड़िया न खरीदें।

बचपन में अगर बाजार मेला या किसी खिलौने वाली दुकान के पास से होकर गुजरते हैं और वहां पर कोई प्यारी सी गुड़िया दिख जाती थी, तो हम उसे खरीदने की जिद्द करने लग जाते थे। हालांकि वर्तमान में मार्केट में अलग-अलग प्रकार की ढेर सारी गुड़िया आने लगी है। लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया लाबुबू डॉल काफी वायरल हो रही है, जिसके लिए न सिर्फ बच्चे बल्कि एडल्ट्स में भी दीवानापन नजर आ रहा है। अगर आपने लाबुबू के बारे में नहीं सुना है,तो आप शायद किसी अनजान जगह पर रह रहे हैं। विंबलडन से लेकर सेलेब्स की पसंदीदा बनने तक, इनका क्रेज वाकई में है। हालांकि ये डॉल लोगों के बीच उस समय से तेजी से वायरल हुई, जब एक इंस्टाग्राम यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें भूरे रंग की लाबुबू गुड़िया एक राक्षस के बगल में दिखाई दे रही थी। चेतावनी- “अपने बच्चों या खुद के लिए यह राक्षसी खिलौना न खरीदें।”

अब ऐसे में मन में सवाल आता है कि क्या सच में लाबूबू डॉल भूत या नेगेटिव एनर्जी को खींचती है। चलिए इस लेख में जानते हैं कि क्या है सोशल मीडिया पर वायरल लाबुबू डॉल का राक्षस वाला लॉजिक क्या है।

लाबुबू गुड़िया के पीछे का सच क्या है?

फैंस द्वारा अपनी गुड़ियों को नष्ट करने के बाद से चल रहा विवाद और भी तेज हो गया। हालांकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि लाबूबू दुष्ट है या उसका राक्षसों से कोई संबंध है। लाबुबू को कार्टूनिस्ट कासिंग लुंग ने 2015 में अपनी बुक सीरीज “द मॉन्स्टर्स” के एक पार्ट के रूप में बनाया था। उन्होंने CGTN यूरोप को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि उनके कैरेक्टर उन यूरोपीय परियों की कहानियों से प्रेरित थे जो उन्होंने नीदरलैंड आने के बाद बचपन में पढ़ी थीं। लुंग ने आगे कहा, “लाबुबू उनकी “आत्मा” में बसा है।”

किताबों में, लाबुबू एक फीमेल एल्फ जैसे जीव हैं, जो दिखने में शरारती लेकिन दिल के अच्छे होते हैं। लुंग ने 2019 में चीन स्थित पॉप मार्ट के साथ मिलकर इन्हें टॉयज यानी खिलौने में बदला। पॉप मार्ट का कहना है कि ये खिलौने भले ही “शरारती” लगें, लेकिन असल में ये दयालु और मददगार होते हैं। इस डॉल की मॉन्स्टर की तरह दिखने वाली बड़ी-बड़ी आंखें हैं और खरगोश जैसे बड़े-बड़े कान हैं, साथ ही चेहरे पर एक खतरनाक सी मुस्कान है। इस डॉल को पहली बार में देखने में तो सच में डर का एहसास हो सकता है।

लाबुबू को राक्षस पाजुजू से क्यों जोड़ रहे हैं?

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में लाबूबू डॉल को प्राचीन मेसोपोटामिया की पौराणिक कथाओं के एक राक्षस, पाजुजु से जोड़ता है। पाजुजु को द एक्सॉर्सिस्ट में दिखाया गया है और वह पंखों, पूंछ और उभरी हुई आंखों वाले एक प्राणी जैसा दिखता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह गुड़िया पाजुजु जैसी बिल्कुल नहीं दिखती।

फिलहाल कासिंग लुंग ने पब्लिकली इन दावों पर किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन इससे पहले इंटरव्यू में, उन्होंने बताया है कि लाबुबू का जन्म परियों की कहानियों और बचपन की कल्पनाओं से हुआ है, न कि किसी अंधेरे या शैतानी से।

करोड़ों में है लाबूबू डॉल की कीमत

वर्तमान में लाबूबू डॉल की मांग काफी तेजी बढ़ गई है। इन दिनों लाबुबू फर्म का मुनाफा कम से कम 350 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। साल 2025 में बता दें कि लाबुबू डॉल ने लगभग 400 मिलियन डॉलर का रेवेन्यू जेनरेट किया। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हाल ही में बीजिंग में एक 131 सेंटीमीटर ऊंची लाबुबू डॉल की नीलामी 1.08 मिलियन युआन यानी करीब 1.2 करोड़ रुपये के बराबर है। इतना ही नहीं बल्कि इस लाबूबू के छोटे वर्जन काफी तेजी से मार्केट में बिक रहा है। पॉप मार्ट के फाउंडर वांग निंग को 22.7 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ चीन के सबसे युवा अरबपतियों में से एक बन गए हैं।

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