201 स्टूडेंट्स पुरस्कृत, राज्यपाल बोलीं मेहनत के बल पर ग्रामीण बच्चों ने बनाया मुकाम
एलयू के 68वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने तीन विदेशी स्टूडेंट्स को मेडल देकर किया पुरस्कृत
लखनऊ। लखनऊ यूनिवर्सिटी के 68वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 201 स्टूडेंट्स को मेडल देकर पुरस्कृत किया। इनमें 80% मेडल छात्राओं को मिले। 126254 छात्र-छात्राओं को विभिन्न विषयों की डिग्री दी गई। समारोहमें लखनऊ के पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को मानद उपाधि दी गई। मुख्य अतिथि सीएसआईआर के पूर्व डीजी वरिष्ठ वैज्ञानिक शेखर सी. मांडे शामिल हुए। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी समारोह में मौजूद रहे। शिक्षकों की 11 पुस्तकों का विमोचन भी हुआ। 139 छात्राओं को गोल्ड, दो छात्रा को सिल्वर मेडल, 5 छात्रा को ब्रॉंज मेडल और 37 छात्र को गोल्ड, 5 छात्र को ब्रोंज मेडल देकर पुरस्कृत किया गया।
एलयू की स्थापना के 104 वर्ष में पहली बार तीन विदेशी स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। जिनमें श्रीलंका, साउथ कोरिया और यमन के स्टूडेंटस शामिल रहे। साउथ कोरिया की स्टूडेंट की-जू जंग को एमए भाषा में स्वर्ण, श्रीलंका के हवा कालू डिसेल्वा को फाइंड आर्ट और यमन के अब्दुल काफी को तीन मेडल दिए गए, उन्हें यह मेडल एमए अरबी भाषा में टॉप करने पर दिया गया।
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आज इस मंच से इतने लोगों ने मेडल प्राप्त किए हैं, जिसे वितरण करते-करते पसीना छूट गया। यह प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी है जहां इतने मेडल दिए गए। इसमें नारी शक्ति टॉप पर रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ने वाले बच्चे आज लगभग बराबर हो गए हैं। सरकारी विद्यालयों में अच्छी सुविधा नहीं दी जाती है। आप लोगों ने मेहनत करके मेडल प्राप्त किया है। आप सब का धन्यवाद के पात्र हैं।
राज्यपाल ने कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालय चाहे वह संपूर्णानंद विश्वविद्यालय आगरा विश्वविद्यालय गए तो वहां पर जो हजारों वर्ष पुराने पांडु लिपियों रखी हैं, उनकी दुर्दशा को देखी इसलिए उन्हें दोबारा से लिखने का काम शुरू कराया है और इन्हें डिजिटल रूप से पूरे दुनिया के सामने रखने का काम शुरू किया जा रहा है।
75 प्रतिशत अटेंडेंस का नियम करें लागू
राज्यपाल ने सभी राज्य विश्वविद्यालय को यह आदेश दिया है कि वह इस सत्र से 75 प्रतिशत उपस्थित को लागू करें। इसे नहीं पूरा करने वाले किसी भी छात्र को परीक्षा में न बैठने दें। मैं यहां से कहना चाहती हूं कि आज से ही इस सख्ती से लागू किया जाएगा। आज से कोई आंदोलन करने की जरुरत नहीं है। हमारे विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेज में ज्ञान है उसे अर्जित करिए।
उन्होंने कहा कि मैं शिक्षा मंत्रियों से कहना चाहूंगी कि अगर शिक्षा के सुधार और उसके विकास के लिए कोई डेलिगेशन आपके पास आता है तो उसे मिले और उनकी बात को सुने। और सबसे जरूरी है कि हमारे विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेज में जो भी शोध हो रहे हैं, उसको जरूर पेटेंट जरूर कराएं।
एलयू ने कई उपलब्धियां हासिल कीं हैं
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि लखनऊ यूनिवर्सिटी पूरे देश और विदेश में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रही है। सदी से अधिक के सफर में इस यूनिवर्सिटी ने कई उपलब्धियां हासिल कीं हैं। जो प्रदेश के विकास में मील का पत्थर हैं। जिन छात्रों को यहां से मेडल मिल रहा है, उनको कहना चाहूंगा यह आपकी सफलता में आपके माता-पिता का भी योगदान रहा है. आपका कर्तव्य बनता है कि देश के लिए कुछ करे, समाज के लिए करे, राष्ट्र निर्माता का रोल निभाए और सामाजिक सरोकारों से जुड़ें।
मेडल से पुरस्कृत होने वाले स्टूडेंट्स
श्रद्धा यादव, लखनऊ विश्वविद्यालय- 9 मेडल, चित्रा साहू, कमला नेहरू कॉलेज, रायबरेली- 8 मेडल, रवि चंद, सिटी कॉलेज, लखनऊ- 7 मेडल, प्रियांशी यादव, दिव्य कृपाल कॉलेज, हरदोई – 6 मेडल, दृष्टि जैन, लखनऊ विश्वविद्यालय- 5 मेडल, आस्था श्रीवास्तव, पं. जगन्ननाथ कॉलेज, रायबरेली- 5 मेडल, प्रगति मिश्रा, लखनऊ विश्वविद्यालय-5 मेडल, आस्था पांडेय, संतोष महाविद्यालय, हरदोई- 4 मेडल, नेहा यादव, रघुनंदन सिंह महाविद्यालय, हरदोई- 4 मेडल, वीरना तिवारी, लखनऊ विश्वविद्यालय- 4 मेडल, सुनैना पाठक, डॉ. आरएमएल कॉलेज, हरदोई – 4 मेडल देकर पुरस्कृत किया गया।
मनीषा कुमारी, जेएनडीसी कॉलेज, हरदोई – 4 मेडल, स्वाती पटेल, फिरोज गांधी कॉलेज, रायबरेली- 4 मेडल, रंजना देवी, दिव्य कृपाल कॉलेज, हरदोई- 4 मेडल, अभय वर्मा, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल, अर्शमा मिनाई, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल, मानवी चौधरी, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल, सुभूति पांडेय, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल, श्रुति त्रिपाठी, ग्रीन फील्ड कॉलेज, सीतापुर – 3 मेडल, दिव्यांशु तिवारी, दिव्य कृपाल कॉलेज, हरदोई- 3 मेडल, रश्मि श्रीवास्तव, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल, अनुराधा सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल, प्रतिभा खत्री, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल से पुस्कृत किया गया।
शिखर भारती, शिया डिग्री कॉलेज, लखनऊ- 3 मेडल, वैशाली जोशी, लखनऊ विश्वविद्यालय- 2 मेडल, साउथ कोरिया की जू जंग, एक मेडल, विदेशी छात्र- अब्दुल कफी अबुल्लाह घलेब अहमद अल रफेई, लखनऊ विश्वविद्यालय- 3 मेडल से पुरस्कृत हुए।

