जी हाँ , सीपी राधाकृष्णन को 9 सितंबर 2025 को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराया। राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले, जबकि रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। इस चुनाव में 767 सांसदों ने मतदान किया, जिनमें से 752 वोट वैध थे और 15 वोट अवैध घोषित किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी और उनके अनुभव को देश की सेवा में महत्वपूर्ण बताया।
राधाकृष्णन की जीत को उन्होंने ‘राष्ट्रवादी विचारधारा की विजय’ के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि यह विकास की राजनीति की जीत है, न कि केवल राजनीतिक दलों की।
राधाकृष्णन की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र और झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यकाल, कोयंबटूर से सांसद और भारतीय जनता पार्टी के तमिलनाडु अध्यक्ष के रूप में अनुभव शामिल है। उन्हें कोयंबटूर से दो बार सांसद चुना गया था और वह कोयर बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे हैं।
उनकी उपराष्ट्रपति के रूप में नियुक्ति से NDA के नेतृत्व में संसद में और मजबूती आई है, क्योंकि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते हैं और उनका कार्य लोकतांत्रिक परंपराओं को सशक्त बनाना होता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राधाकृष्णन को बधाई दी और कहा कि उनके नेतृत्व में देश को और मजबूती मिलेगी।

