यूरिया के लिए किसानों में हाहाकार, सहकारी समितियों पर किसानों की लंबी लाइनें लगीं
तेज धूप में लगी किसानों की भीड़ को नियंत्रित करने को पुलिस ने लाठीचार्ज किया
अयोध्या। अयोध्या जिले में किसानों को यूरिया वितरण के दौरान कई जगहों पर हंगामा हुआ। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी। खंडांसा के कुरावन सहकारी किसान केंद्र पर सुबह से लाइन में खड़े किसानों का सब्र टूटा, तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। बी-पैक्स सहकारी समिति भीखी पर मारपीट जैसे हालात हो गए। साधन सहकारी समिति जजवारा पर धक्का-मुक्की के दौरान सचिव को चोट आ गई। किसानों ने साधन सहकारी समिति तेलियागढ़ पर प्रदर्शन कर जबरदस्त नारेबाजी की।
खाद की किल्लत से क्षेत्र में किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है। किसान खाद की उम्मीद में सुबह से समितियों पर लगातार दिन रात लाइनें लगाए हैं। मंगलवार को सहकारी समिति मया भीखी पर सचिव व एडीओ कोऑरेटिव सुबह पुलिस के साथ समिति पर पहुंचे तो वहां भारी भीड़ जमा थी। लाइन लगवा कर खाद वितरित करने का प्रयास किया जा रहा था कि तभी एक व्यक्ति ने सेवानिवृत्त कर्मचारी व सचिव को गाली देना शुरू कर दिया। भारी भीड़ में विवाद की स्थिति देख पुलिस टीम व कर्मचारी भाग खड़े हुए। सचिव अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि समिति पर 400 बोरी खाद उपलब्ध है। जबकि किसानों की संख्या दोगुनी थी। एडीओ कोऑपरेटिव राम विचार वर्मा ने बताया कि ब्लॉक की 11 समितियों पर खाद वितरित हो रही है।
हैदरगंज साधन सहकारी समिति जजवारा पर खाद वितरण के दौरान हंगामा हो गया। सुबह आठ बजे से लाइन लगाकर किसान खाद वितरण का इंतजार कर रहे थे। किसानों का धैर्य टूटा तो हंगामा शुरू कर दिया। कई किसान जमीन पर गिर गए। पुलिस ने साधन सहकारी समिति के सचिव प्रमोद यादव को किसानों के चंगुल से बचाकर बाहर निकाला। सचिव के पैर में चोट आई है। मिल्कीपुर। शुकुलपुर समिति पर मंगलवार सुबह से ही यूरिया के लिए जमा किसानों की भीड़ पर नियंत्रित करने को पुलिस ने बल प्रयोग किया। बुजुर्ग किसान गिर पड़े। एडीओ कोऑॅपरेटिव अभिमन्यु ने बताया कि समितियों पर यूरिया उपलब्ध है। शुकुलपुर समिति पर 880 बोरी यूरिया भेजी गई है।
गुस्साए किसानों ने प्रदर्शन कर की नारेबाजी
गोसाईगंज में खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए गुस्साए किसानों ने साधन सहकारी समिति तेलियागढ़ पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। किसान राम प्रकाश, मगन वर्मा, राजेश कुमार व जगदीश कुमार ने आरोप लगाया कि सोमवार को 800 बोरी यूरिया गोदाम पर आई थी। जब हम लोग मंगलवार सुबह पहुंचे तो कई घंटे लाइन में लगे रहने के बाद भी खाद नहीं मिली। गौराघाट सहकारी समिति गौरा में एक दिन पहले नेटवर्क न होने से ज्यादातर किसानों की अंगूठे से पहचान न होने पर खाद नहीं मिल पाई थी। समिति के सचिव रामकृपाल यादव ने बताया कि सुबह से 250 बोरी यूरिया का वितरण किया गया।
धान और गन्ने की फसल के लिए यूरिया की जरूरत
बीकापुर में किसानों को धान और गन्ने की फसल के लिए इस समय यूरिया की जरूरत है। बाजार में खाद की निजी दुकानों पर यूरिया नदारद है। कई साधन सहकारी समितियों पर यूरिया मौजूद है लेकिन सीमित मात्रा होने के चलते वह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। किसान सेवा सहकारी समिति बीकापुर सहित कई समितियों पर यूरिया नहीं है। बीकापुर समिति के सचिव विशाल सिंह ने बताया कि पैसा और डिमांड भेजी गई है। एसडीएम श्रेया ने सहकारी समिति बीकापुर व खजुरहट का निरीक्षण किया।
असकरनपुर निवासी किसानों ने बताया की आठ बीघा धान की फसल में यूरिया डालना है। सिर्फ दो बोरी यूरिया मिल सकी है। उमरनी पिपरी के राम हुजूर ने बताया कि पांच बीघा धान की रोपाई की है। यूरिया न मिलने से फसल खराब हो रही है। बिलारी माफी निवासी वेद प्रकाश निषाद ने बताया कि घंटों लाइन में लगने के बाद दो बोरी यूरिया मिली है। दो बोरी की और जरूरत है। दोहरी गांव के किसान आते हैं और लौट जाते हैं। सहायक विकास अधिकारी कोऑपरेटिव अमित सिंह का कहना है कि साधन सहकारी समितियों पर इस बार लक्ष्य से अधिक यूरिया का वितरण हो चुका है।