खग्रास चंद्र ग्रहण 9:57 से शुरु हो रात 1 :26 मिनट तक रहेगा, 9 घंटे पूर्व लगेगा सूतक
सूतक दोपहर 12:57 से शुरू होगा, इसलिए श्राद्ध व भोजन दोपहर से पहले कर लें
लखनऊ। विक्रम संवत 2082 भाद्रपद शुक्ल पक्ष रविवार को पूर्णिमा की तिथि है। इस दिन लोग अपने पितरों का श्राद्ध भी करते हैं। इस वर्ष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि रविवार 7 सितंबर को खग्रास चंद्रग्रहण पड़ रहा है। ये भारत में भी दिखाई देगा। भारत समेत यूरोप, अंटार्कटिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और हिंद महासागर में भी दिखेगा।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के ज्योर्तिविज्ञान विभाग के प्रो अनिल पोरवाल ने बताया कि इस बार खग्रास चंद्र ग्रहण 9:57 से आरंभ होकर रात 1 :26 मिनट पर मोक्ष को प्राप्त होगा। जिसमें 9 घंटे पूर्व सूतक लगेगा l यह चंद्र ग्रहण संपूर्ण भारत में दृश्य होगा l इस ग्रहण से भारत के उत्तर पश्चिम के क्षेत्रों में चल रही प्राकृतिक आपदाएँ बाढ़ आदि नियंत्रित हो जायेगी l मेष राशि के लिए लाभप्रद, वृष के लिए सुखप्रद, मिथुन के लिए मान नाश, कर्क के लिए अतिकष्ट, सिंह के लिए पीड़ा, कन्या के लिए सौख्य, तुला के लिए चिन्ता कारक, वृश्चिक को व्यथा, धनु को श्री लाभ, मकर को क्षति, कुम्भ को घात और मीन राशि वालो को हानि देने वाला होगा l
प्रो अनिल ने बताया कि यह मेष, वृषभ, कन्या और धनु राशि वालों के लिए श्रेष्ठ रहेगा। श्रेष्ठ फल देना वाला होगा। मिथुन, सिंह, तुला, मकर राशि वालों के लिए सामान्य रहेगा। कर्क, वृश्चिक, मीन, कुंभ राशि वालों के लिए खराब रहेगा। इन राशि वाले जातकों को ग्रहण देखना शुभकर नहीं है।
सूतक सात को दोपहर 12:57 बजे से लगेगा। वहीं ग्रहण प्रारंभ विरल छाया में प्रवेश रात्रि 8:58 पर प्रवेश करेगा। ग्रहण स्पर्श रात्रि 9:57 के बाद शुरू होगा। विरल छाया निर्गम रात्रि 2:25 पर होगा। पूर्णिमा के दिन जिन लोगों को श्राद्ध करना है, वे दोपहर 12:57 बजे तक ही भोजन से निवृत हो जाएं।