सीएम योगी मेरठ में विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की मंडलीय समीक्षा की
बोले कार्यों का समयबद्ध, पारदर्शी, गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मेरठ में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की मण्डलीय समीक्षा की। उन्होंने मण्डल में निर्माणाधीन सभी परियोजनाओं को समय से पूर्ण किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि मेरठ क्षेत्र विकास के पथ पर अग्रसर है। इस क्षेत्र का विकास प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। राज्य सरकार मेरठ क्षेत्र के चहुंमुखी विकास हेतु विभिन्न कार्यक्रमां को आगे बढा रही है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यां के सम्बन्ध में नोडल अधिकारी नामित करते हुए कार्यों की साप्ताहिक, पाक्षिक व मासिक समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जलजीवन मिशन के अन्तर्गत पाइपलाइन डालने हेतु काटी गयी सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी समय-समय पर इस कार्य का निरीक्षण करें। गौशालाओं पर निराश्रित गोवंशों की नियमित देखरेख हो और उनके लिए चारे, भूसे सहित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना आमजन के लिए अच्छी एवं लाभकारी योजना है। इसमें तेजी से प्रगति लायी जाये। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान में प्रगति लायी जाए। युवाओं को सशक्त बनाने में इस योजना की प्रमुख भूमिका है। लाभार्थी युवा को ट्रेनिंग अवश्य करायी जाये। बैंकिंग मेला लगाते हुये युवाओं को इस योजना से लाभान्वित किया जाये।उन्होंने जिला स्तर पर बैंकर्स कमेटी के साथ मीटिंग के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन व जनसुनवाई के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोगों की शिकायतों/समस्याओं का मेरिट के आधार पर समय से निस्तारण कराया जाए। मण्डल स्तर पर कमिश्नर, जनपद स्तर पर जिलाधिकारी इसकी नियमित रूप से समीक्षा करें तथा जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही करें। प्रत्येक अधिकारी अपने कार्यालय में नियत समय में जनसुनवाई करें। राजस्व से सम्बन्धित लम्बित वादों का मेरिट के आधार पर तत्काल निस्तारण कराया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के कार्यों की कमिश्नर स्तर पर नियमित समीक्षा की जाये। सभी चिकित्सालयों में साफ-सफाई व दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित रहे तथा समस्त प्रकार की जनसुविधाएं पूर्ण रूप से उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में कृषि, सामाजिक सेवा, शिक्षा, कला, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में अच्छा व प्रेरणादायी कार्य करने वाले व्यक्तियों के नाम राज्य/राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले पुरस्कारों हेतु संस्तुति कर शासन को प्रेषित करें। मुख्यमंत्री जी ने सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि सोशल मीडिया की निरन्तर मॉनीटरिंग कर भ्रामक खबरों को फैलाने वालों और माहौल खराब करने वालों पर कार्रवाई की जाए। शहर में अवैध टैक्सी स्टैण्ड, बस स्टैण्ड न संचालित हों। इनके लिए जमीन आरक्षित की जाए। उपयुक्त स्थानों पर वेण्डिंग जोन बनाए जाएं। ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन कराया जाए। वृक्षारोपण अभियान में ‘एक पेड माँ के नाम’ के अन्तर्गत लगाए गए पौधां का निरीक्षण अवश्य किया जाये तथा उनका संरक्षण सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री जी ने समीक्षा बैठक से पूर्व मेरठ मण्डल के सांसदों, विधायकों एवं विधान परिषद सदस्यों के साथ लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग एवं नगर विकास विभाग के कार्यां की समीक्षा की। बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों से विधानसभावार इन तीनों विभागों की आगामी योजनाओं, कार्यों की प्रगति की जानकारी ली गयी। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी जनप्रतिनिधियों से विकास कार्यां की प्राथमिकता निर्धारित कराते हुए कार्यों पर यथाशीघ्र कार्यवाही करें।सीएम योगी ने कहा कि कार्यों में शिथिलता व लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यों का समयबद्ध, पारदर्शी, गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। अधिकारीगण जनप्रतिनिधियां के साथ संवाद बेहतर रखें। किसी भी प्रस्ताव से पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मार्गदर्शन अवश्य प्राप्त करें तथा उनके द्वारा विकास कार्यों में दिये जा रहे प्रस्तावों को कार्य योजना में शामिल करें।
उन्होंने कहा कि मेरठ मण्डल के अन्तर्गत पर्यटन से सम्बन्धित कई कार्य हुए हैं तथा कई निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्तावों को उनकी प्राथमिकता तय करते हुए पूर्ण कराया जाये। रोड कनेक्टिविटी के कार्यों में तेजी लायी जाए। समस्त जनप्रतिनिधिगण अपने-अपने क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यों की सतत् निगरानी करें और जनभावनाओं के अनुरूप योजनाओं को साकार करने में सक्रिय भूमिका निभायें। समीक्षा बैठक में ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री केपी मलिक सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।