लखनऊ डीएम विशाख जी ने किया शहर का भ्रमण, देखा बाढ़ पंपिंग स्टेशन
नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में जल निकासी के बंदोबस्त करने तय कराने के दिए निर्देश
लखनऊ। भारी बारिश के चलते लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी ने जनेश्वर मिश्र पार्क गेट न 2 पर बाढ़ पंपिंग स्टेशन, गऊघाट स्थित बैरल 32 पंपिंग स्टेशन और जी20 रोड स्थित बैरल पहुंच कर जलस्तर का मुआयना किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए की बैराज पर जलस्तर को मेंटेन किया जाए एवं लगातार निगरानी सुनिश्चित करें, जिससे कि नगरीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति से बचा जा सके।
निरीक्षण की शुरुआत जिलाधिकारी द्वारा जनेश्वर मिश्र पार्क गेट न2 स्थित बाढ़ पंपिंग स्टेशन से की गई। अधिशासी अभियन्ता, सिंचाई विभाग अधिकारियों ने बताया कि कि भटपुरा और नैमिष स्टेशन पर निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। वर्तमान में जल स्तर सामान्य स्थिति पर है। जल स्तर बढ़ने की दशा में बैराज के गेटों को ऑपरेट करते हुए जल स्तर को मेंटेन किया जाएगा। मुख्य अभियंता नगर निगम ने बताया गया कि पंपिंग स्टेशन स्थित स्ट्राम वाटर ड्रेन में गोमती नगर, सेक्टर 8 इंदिरानगर, मुंशी पुलिया, पटेल नगर आदि क्षेत्रों का पानी आता है। जिसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी ड्रेनों की नियमित निगरानी सुनिश्चित कराई जाए, ताकि कही भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
जिलाधिकारी विशाख जी ने गऊघाट स्थित सर कटे नाले स्थित बैरल नंबर 32 पंपिंग स्टेशन और गऊघाट पम्पिंग स्टेशन का भी निरीक्षण किया गया। नगर निगम जोनल अधिकारी जोन 6 द्वारा बताया गया कि बैरल नंबर 32 पर कुल 13 पंप लगे है जोकि सभी कार्यशील अवस्था में है। उनके द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि अत्यधिक वर्षा की स्थिति में गेट बंद कर के पंपों के माध्यम से पानी निकाला जाता है। बारिश के मौसम के दृष्टिगत सभी कर्मचारियों द्वारा 24×7 कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान सभी बैरल पर जल स्तर सामान्य पाया गया।
जिलाधिकारी ने जी20 रोड स्थित बैरल का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता नगर निगम द्वारा बताया गया कि सभी पंपिंग स्टेशन कार्यशील है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सिंचाई एवं नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सामन्जस्य स्थापित करते हुए बैराज के गेटों का संचालन यह सुनिश्चित करते हुए किया जाये कि जलभराव की स्थिति न उत्पन्न होने पाये।
निरीक्षण के समय नगर निगम के उपस्थित अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि अतिरिक्त पम्पों/जेनसेट की व्यवस्था वर्षाकाल के लिये कर ली जाये जिससे कि जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो एवं सिंचाई विभाग तथा नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शहरी क्षेत्र में 24 घण्टे टीमों को लगाकर सतत् निगरानी की जाये एवं किसी भी स्थल पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न न होने पाये। निरीक्षण के दौरान नगर अधिशाषी अभियन्ता सिंचाई विभाग एवं चीफ इंजीनियर नगर निगम सहित अन्य अधिकारी रहे उपस्थित रहे।