रचनाओं के स्वर से सजी एक शाम ‘नवाब शाहाबादी के नाम…’

Anoop

August 17, 2025

उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निराला सभागार में रविवार को हुआ समारोह

नवाब शाहाबादी फाउंडेशन एवं कविलोक साहित्यिक संस्थान ने किया समारोह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निराला सभागार में रविवार को नवाब शाहाबादी फाउंडेशन एवं कविलोक साहित्यिक संस्थान की ओर से सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ‘नवाब शाहाबादी’ की स्मृति में ‘एक शाम… नवाब शाहाबादी के नाम…’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। साहित्यकार रमाशंकर सिंह को ‘नवाब शाहाबादी कविलोक गौरव सम्मान’ एवं युवा कवयित्री आकृति विज्ञा ‘अर्पण’ को गीता श्रीवास्तव स्मृति कविलोक शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहायक निर्वाचन अधिकारी साहित्यकार डॉ. सुनीता सिंह शामिल रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता चेतना स्रोत पत्रिका के प्रधान सम्पादक डॉ गोपाल शर्मा ‘मृदुल’ ने की। विशिष्ट अतिथि नमन प्रकाशन समूह के अध्यक्ष साहित्यकार नवीन शुक्ल ‘नवीन’ एवं सुप्रसिद्ध संगीतकार मृदुला श्रीवास्तव मौजूद रहीं। मुख्य वक्ता डॉ.आशुतोष वाजपेयी ने नवाब शाहाबादी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।  

          दीप-प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से आरम्भ हुए समारोह में रामशंकर सिंह ने ‘जब हुआ आकाश उन्मुख मन/ बादलों से भी हुई अनबन।, दृष्टि के उस पार जाने के लिए / एक अभिनव लक्ष्य पाने के लिए, पंख फैलाए उड़ानों के निमित/ दूरियां सारी मिटाने के लिए…’, इसके बाद आकृति विज्ञा ‘अर्पण’ ने अपने काव्यपाठ में अपना गीत ‘सुनों बसंती हील उतारो/ अपने मन की कील उतारो/ नंगे पैर चलो धरती पर/बंजर पथ पर झील उतारो…’ सुनाकर प्रशंसा पाई।

 कार्यक्रम संचालक गीतकार राजेश ‘राज’ ने कविलोक का संस्थागीत भी सुनाया। नवाब शाहाबादी परिवार से मंजुला सहाय, अनुपम श्रीवास्तव, अनुप्रिय श्रीवास्तव, मोनिका श्रीवास्तव, अरुणाभ श्रीवास्तव, प्रियंका श्रीवास्तव, श्रीमती अनुया श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, मृदुला श्रीवास्तव, अर्जुन श्रीवास्तव, सन्ध्या श्रीवास्तव, अर्णव श्रीवास्तव, अहान श्रीवास्तव, अहाना श्रीवास्तव, सुश्री आन्या श्रीवास्तव, आरुणि श्रीवास्तव, आरोह श्रीवास्तव, अरुंधति, नीरा सिन्हा वर्षा, रवीन्द्रनाथ,  मदनलाल मौजूद रहे।

कार्यक्रम में लखनऊ के वरिष्ठ साहित्यकार रामऔतार पंकज, अनिल अनवर, रामयज्ञ त्रिपाठी, राजेन्द्र शुक्ल ‘राज’, विशाल श्रीवास्तव, आदर्श सिंह ‘निखिल’, रजनी राय, अरविन्द झा, विशाल श्रीवास्तव, शशि नारायण त्रिपाठी, डॉ. अखिलेश निगम, डॉ. शिवभजन कमलेश, कृष्णकांत झा एवं आवारा नवीन सहित अनेक साहित्यप्रेमी शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *