एकेटीयू के 23वें दीक्षांत समारोह में मेधावियों के गले सजे पदक

Anoop

September 11, 2025

राज्यपाल ने की अध्यक्षता, मुख्य अतिथि अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, विशिष्ट अतिथि मंत्री प्राविधिक शिक्षा आशीष पटेल रहे मौजूद

कुल 88 पदक में 37 स्वर्ण पदक, 26 रजत व 25 कास्य पदक मिले। 53943 को विभिन्न पाठ्यक्रमों में डिग्री मिली

लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के 23वें दीक्षांत समारोह में मंगलवार को मेधावियों पर स्वर्ण, रजत और कान्स्य पदकों की बारिश हुई। गदगद छात्रों के चेहरे की चमक स्वर्ण आभा जैसी थी। विश्वविद्यालय में सर्वोच्च स्थान पाने वाली सम्बद्ध संस्थान प्रणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर की बीटेक कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीरियनिंग की छात्रा नैंसी को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कुलाधिपति स्वर्ण पदक पहनाकर पुरस्कृत किया। बैंक ऑफ बड़ोदा की ओर से 31 हजार रूपये का चेक भी भेंट किया गया। कमल रानी वरूण स्मृति स्वर्ण पदक बीटेक के सभी ब्रांच में अनुसूचित जाति की सभी उत्तीर्ण छात्राओं में सर्वोच्च स्थान पाने वाली आरडी इंजीरियरिंग कालेज, गाजियाबाद की छात्रा उन्नति गौर को मिला। 

समारोह में कुल 88 पदक दिये गये। जिसमें 37 स्वर्ण पदक, 26 रजत एवं 25 कान्स्य पदक हैं। 53943 छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में डिग्री प्रदान की गई। सभी डिग्रियां ब्लॉकचेन तकनीकी के जरिए डिजिलॉकर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपलोड कीं। 86 छात्रों को पीएचडी अवार्ड हुई। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद की उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यह दीक्षांत किसी भी छात्र-छात्रा के जीवन में विशिष्ट अवसर है।

राज्यपाल ने कहा कि अपनी उपलब्धियों को मूल्यांकित करने का दिन भी होता है। इस उपाधि के साथ छात्र मानव संसाधन के रूप में राष्ट्र की प्रगति में सकारात्मक योगदान करे यह भी विश्वविद्यालय की अपेक्षा रहती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी राष्ट्र की युवा शक्ति पर बहुत भरोसा करते हैं। यही कारण है कि विकसित भारत 2047 के लिए युवाओं से उनके विकसित भारत की संकल्पना को जानने के लिए सुझाव आंमत्रित किए हैं। विश्वविद्यालय शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।

मुख्य अतिथि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने मेधावियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि यह समारोह आपकी यात्रा का लांचपैड है। आगे आपको अपना और देश का भविष्य बनाना है। बनाने में विश्वास करिये और कुछ नया प्रभावी निर्मित करिये। जिससे कि देश के विकास को पंख लग सके। आज डिग्री लेने के बाद आप पर किसी पाठ्यक्रम को तैयार करने का दबाव नहीं रहेगा। उन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा के अनुभव को साझा किए। कहा कि पृथ्वी से दूर अंतरिक्ष में 20 दिनों तक ऑर्बिट में रहा। मानसिक और शारीरिक रूप से सबकुछ बदल गया।

ग्रुप कैप्टन सुभांशु ने कहा कई बार मैं हतोत्साहित हुआ। कई बार लगा कि सब खत्म हो जाएगा। मोहभंग भी हुआ। डर भी लगा। लेकिन एक चीज जिसने मुझे आगे बढ़ाया वह था, मेरा मुझ पर विश्वास। उन्होंने बच्चों से खुद पर विश्वास रखने की सलाह दी। अपने मिशन के लांच में हो रही देरी का भी जिक्र किया। कहा कि मिशन लांच के टलने पर कई बार मन में निराशा भी आयी। लेकिन इंतजार का अर्थ समय का नुकसान नहीं बल्कि और बेहतर तैयारी का समय होता है। इस इंतजार ने हमें तैयार किया। उन्होंने छात्रों को छह मंत्र भी दिये। कहा जब भी जीवन आपके अनुसार न हो तो धैर्य रखिये। शोर में अपने लक्ष्य को ध्यान में रखिये।

विशिष्ट अतिथि प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने दीक्षांत समारोह में पदक पाने वाले छात्रों को बधाई दी। कहा कि इस सफलता के जरिये देश के विकास में योगदान देना लक्ष्य होना चाहिए। आप ही देश की तकदीर हैं। देश की तरक्की का जिम्मा युवाओं पर ही है। ऐसे में हमेशा खुद को तैयार रखिये। कुलपति प्रो जेपी पांडेय ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। शैक्षणिक शोभायात्रा निकाली गई। धन्यवाद कार्यवाहक कुलसचिव केशव सिंह ने दिया। प्रतिकुलपति प्रो राजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो दीपक नगरिया सहित डीन्स, डायरेक्टर और शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र मौजूद रहे।

बच्चे और शिक्षक हुए सम्मानित

राज्यपाल के निर्देश पर विश्वविद्यालय के गोद लिये अलग-अलग विकासखंडों के गांवों के स्कूलों में चित्रकला, कहानी कथन एवं भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्यपाल ने पुरस्कृत किया। बच्चों की बनाई पेंटिंग प्रदर्शित हुईं। बच्चों ने हैंडराइटिंग में लिखी भाषण और कहानी की किताब भेंट की। विश्वविद्यालय तीन शिक्षकों को एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड राज्यपाल एवं कुलाधिपति के हाथों मिला। इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लखनऊ के प्रो अरूण तिवारी, सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के डॉ अनुज कुमार शर्मा एवं राजकीय इंजीनियरिंग कालेज सोनभद्र के डॉ हरीश चंद्र उपाध्याय को मंच से अवार्ड मिला। दो शिक्षकों की किताबों का भी विमोचन किया गया।

स्टूडेंट्स को मिला बेस्ट स्टार्टअप अवार्ड

प्रदेश में उद्यमिता और नवाचार की संस्कृति विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए दीक्षांत समारोह के दौरान इस बार छह श्रेणियों में स्टूडेंट स्टार्टअप अवार्ड दिया गया। एक्सिसबिलिटी अवार्ड इंपाशेक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के सार्थक सिसोदिया को मिला। एग्रीकल्चर स्टार्टअप अवार्ड अर्ब हाइड्रो किसान प्रा.लि. शुभांकर चैहान व  अतुल मिश्रा, हेल्थ इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड जेजेपीके इनोवेशन प्रा.लि. जयंती तिवारी को, सोशल इम्पैक्ट अवार्ड सोवक्यू प्रा.लि. तेजस कुमार गर्ग को, सेस्टेनिबिलिटी चैंपियन अवार्ड पल्स वेव इनोवेशंस प्रा.लि. के मोहित को मिला। वूमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड एनलूम्ड इंडिया प्रा.लि. रोजी मेंडोलिया को] टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड इनोवा कोर टेक्नोलॉजिस एंड सॉल्यूशन के दीक्षांत कुमार को मिला।

राज्यपाल ने विवि की ओर से विकसित पहाड़पुर गांव के प्राथमिक विद्यालय की स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया। आईईटी में छात्रों के चलाये जा रहे परमार्थ संस्था के बच्चे ने पर्यावरण पर भाषण दिया। बच्चों ने नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किए। राज्यपाल ने सीतापुर के पांच आंगनबाड़ी केंद्रों को किट एवं हेल्थ किट दी। राजभवन की पुस्तकों को विद्यालयों को दिया गया।

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