उड़ने वाले अधिकतर सांप दक्षिण पूर्व एशिया, भारत और श्रीलंका के जंगलों में पाए जाते हैं। वियतनाम, थाईलैंड, कंबोडिया, म्यांमार, लाओस, इंडोनेशिया, फिलिपींस और दक्षिणी चीन जैसे देशों में आमतौर पर दिखाए देते हैं।

इन देशों में मिलते हैं उड़ने वाले सांप, ऊपर से गुजरने पर घट जाती है लंबाई? – फोटो : Adobe Stock
Flying Snakes: सांप का नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। धरती के सबसे खतरनाक और जहरीले जीवों में सांप शामिल हैं। दुनिया में सांप की तीन हजार से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें कुछ सांप बेहद जहरीले होते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सांपों की ऐसी 69 प्रजातियां पाई जाती हैं जो बेहद खतरनाक होती हैं। इनमें 29 समुद्री सांप हैं, तो वहीं 40 जमीन पर रहने वाले हैं। आपने भी उड़ने वाले सांपों के बारे में सुना होगा। इन्हें वैज्ञानिक रूप से क्राइसोपेलिया कहा जाता है, जो काफी आकर्षक जीवों में से एक हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह सांप मुख्य रूप तौर पर दक्षिण पूर्व एशिया और भारत के कुछ इलाकों के घने जंगलों में मिलते हैं। इस अनोखी प्रजाति में हवा में उड़ने की क्षमता का विकास हुआ है। उड़ने वाले सांपों के बारे में कई तरह की बातें कही जाती हैं। यह भी कहा जाता है कि अगर उड़ने वाला सांप किसी इंसान के ऊपर से गुजर जाए तो उसकी लंबाई कम हो जाती है। आइए जानते हैं कि आखिर इसके पीछे का सच क्या है? 
कहां-कहां मिलते हैं उड़ने वाले सांप?
उड़ने वाले अधिकतर सांप दक्षिण पूर्व एशिया, भारत और श्रीलंका के जंगलों में पाए जाते हैं। वियतनाम, थाईलैंड, कंबोडिया, म्यांमार, लाओस, इंडोनेशिया, फिलिपींस और दक्षिणी चीन जैसे देशों में आमतौर पर दिखाए देते हैं। भारत में भी उड़ने वाली कुछ प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें गोल्डन ट्री स्नेक जैसे नाम शामिल है। यह सांप ऊंचे पेड़ पर रहते हैं ताकि ये एक शाखा से दूसरी शाखा पर छलांग लगा पाएं। 
क्यों उड़ान भरते हैं सांप? 
विशेषज्ञों के मुताबिक, उड़ने वाले सांप शिकारी से बचने, छोटे जीवों का शिकार करने और जमीन पर उतरे बिना एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर जाने के लिए करते हैं। इन सांपों में ज्यादा जहर नहीं होता है। इनके काटने से इंसानों पर अधिक असर नहीं होता है। 
क्या ऊपर से उड़ने से इंसान की लंबाई हो जाती है कम? 
कहा जाता है कि अगर यह सांप किसी के ऊपर से उड़ जाते हैं तो उस व्यक्ति की लंबाई कम हो जाती है। यह पूरी तरह अफवाह है। इसका कोई वैज्ञानिक या जैविक आधार नहीं है। हालांकि, यह सांप उड़ते नहीं बल्कि एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर छलांग लगाते हैं। 

